नई पुस्तकें >> कदम की फूली डाल कदम की फूली डालविद्यानिवास मिश्र
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
प्रस्तुत संग्रह ‘कदम की फूली डाल’ में शतकिन्जलिक्त कुसुम को अक्षय सौंदर्य तथा सौभाग्य कि पूर्णता दर्शायी गयी है जिसमे इसकी आराधना तीन सोपानों में संकलित है। पहला है भ्रमणं, जिसके अंतर्गत विन्ध्यभूमि के सौंदर्य-दर्शन से आकलित अनुभव संगृहीत हैं, दूसरा है चिंतन, जिसमें साहित्य के कुछ तात्कालिक प्रश्नों कि जिज्ञासा है और अपनी मान्यताओं के समर्थन में कुछ विशिष्ट कवियों या काव्यों का पर्यालोचन है और तीसरा है स्वप्न, जिसमे बौद्धिक धरातल से ऊपर उठकर अन्तःकरण अपनी आराध्य भावभूमि में पहुँचकर आश्वस्त हो गया है। अंतिम खण्ड सबसे छोटा है, क्योंकि ऐसी आश्वस्तता के क्षण इधर बहुत वायरल रहे है।
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